
भाई-बहनों के अटूट प्रेम का त्योहार कल, जानें राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
भाई बहनों के अटूट प्रेम का त्योहार रक्षाबंधन 22 अगस्त को मनाया जाएगा। सावन पूर्णिमा को यह त्योहार देश-विदेश में धूमधाम से मनाया जाता है। शुक्रवार को दिनभर राजधानी के बाजारों में बहनें भाइयों के लिये राखी की खरीदारी करती दिखीं। भाइयों ने भी अपने दफ्तरों में छूट्टी की अर्जियां डालीं ताकि वे राखी बंधवाने बहनों के पास जा सके। हर घर में रक्षाबंधन को लेकर हर आयुवर्ग में कौतूहत और उत्साह है।
ज्योतिष और ग्रह नक्षत्रों के जानकार आचार्य पीके युग ने बताया कि इस बार सावन पूर्णिमा के दिन अमृत योग है। अमृत योग में रक्षाबंधन मनाने से भाई बहन दोनों को दीर्घायु की प्राप्ति होती है। श्रावण पूर्णिमा होने पर लोग घरों में इस दिन विशेष पूजा अर्चना करते हैं। बहनें भाई की आरती उतारती हैं और भाई आजीवन बहन की रक्षा का संकल्प लेते हैं। पूर्णिमा शाम 5:09 बजे तक है।
आचार्यों ने बताया कि इसी दिन से भाद्रपद मास के रविवार का व्रत भी शुरू हो जाएगा। जयप्रकाश महामृत्युंजय महादेव मंदिर के प्रधान पुजारी आचार्य शशिकांत पांडेय ने बताया कि इस बार सावन पूर्णिमा के दिन भद्रा नहीं है। दिनभर बहनें भाई को राखी बांध सकती हैं।
वेद विद्या और ज्योतिष के जानकार आचार्य माधवानंद ने बताया कि इस पर्व का काफी महत्व है। भाइयों की राशि के हिसाब से बहनें अगर राखी बांधे तो यह विशेष शुभदायक होगा। उन्होंने विभिन्न राशियों के लिए राखी के अलग अलग रंग बताये। आचार्य माधवानंद के अनुसार इस प्रकार राखियों को बांधे।
राशियों के अनुसार बांधे राखी
मेष के लिए लाल
वृष के लिए सफेद
मिथुन के लिए हरा
कर्क के लिए सफेद,
सिंह के लिए लाल
कन्या के लिए हरा
तुला के लिए सफेद
वृश्चिक के लिए लाल
धनु के लिए पीला
मकर के लिए नीला
कुंभ के लिए नीला
मीन के लिए पीला
सावन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है संस्कृत दिवस
सावन पूर्णिमा के दिन संस्कृत दिवस भी मनाया जाता है। संस्कृत महाविद्यालयों और संस्कृत विभागों में देवभाषा की महत्ता पर परिचर्चा होती है और इस भाषा के महत्व पर विद्वान वक्ता अपनी बात रखते हैं। राजधानी में संस्कृत भाषा के संवर्द्धन के लिये काम कर रहे बिहार संस्कृत संजीवन समाज के महासचिव मुकेश कुमार ओझा ने बताया कि राजधानी में पिछले दिनों कुल चार संस्कृत संभाषण शिविर का आयोजन किया गया। इस भाषा में लिखे साहित्य, विज्ञान और अध्यात्म युगों युगों तक राष्ट्र को समृद्ध करते रहेंगे। इस बार संस्कृत दिवस पर भी आयोजन को लेकर शनिवार को संस्थान के वरिष्ठ पदाधिकारी शिववंश पांडेय व अन्य पदाधिकारियों से चर्चा की जाएगी। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि पटना विवि में 24 अगस्त को कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।